गुजरात चुनाव : ज्योतिषीय विश्लेषण
कल गुजरात
के चुनाव के परिणाम आने वाले हैं । इस दृष्टि से एक प्रश्न स्वाभाविक रूप से पैदा
हुआ कि क्या इस बार गुजरात में सरकार बीजेपी बना सकेगी? के पी के अनुसार इसका
विश्लेषण करने पर पाया कि प्रश्नकाल के दौरान →
—
ग्यारहवें भाव का
स्वामी चंद्रमा है। चंद्रमा बुध के नक्षत्र में है जो कि प्रश्न काल में वक्री है।
बुध स्वयं ग्यारहवें भाव में स्थित है और वह सातवें भाव का स्वामी है।
— छठे भाव का स्वामी मंगल है जो कि राहु के स्वाति नक्षत्र
में स्थित है। राहु ग्यारहवें और सातवें भाव का कारक है।
— लग्न का स्वामी मंगल है।
उपर्युक्त स्थिति के आधार पर यह तो तय हो जाता है कि गुजरात
में बीजेपी की सरकार बनेगी। प्रश्न काल में लग्न पर मंगल और राहु की दृष्टि होने
के कारण, पहले की अपेक्षा बीजेपी को कम सीटें मिलेंगी यानी उसे इस बार कुछ सीटों
का नुकसान उठाना पड़ेगा।
दूसरा
प्रश्न स्वाभाविक था, बीजेपी को कितनी सीटें मिलेंगी ?
— विश्लेषण करने
पर ज्ञात होता है कि बीजेपी को इस बार सौ से कम सीटें मिलेंगी।
यह भी
विचार पैदा हुआ कि कांग्रेस को इस बार कितनी सीट मिल सकेंगी? गणना करने पर ज्ञात होता है कि कांग्रेस को इस बार 60 से 70 के बीच में सीट्स मिल सकेंगी।
विशेष सूचना :- यह ज्योतिष गणना मात्र है । इसका सम्बन्ध किसी पार्टी या उसकी विचारधारा से जुड़ा हुआ नहीं है। न ही इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति विशेष अथवा पार्टी विशेष के मान-सम्मान को ठेस पहुँचाने से जुड़ा है ।
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